3 सितंबर को महात्मा ज्योतिबा फूले आयुर्वेद महाविद्यालय, चौमू में जीवन रेखा फाउंडेशन के तत्वावधान में एक दिवसीय प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता और जागरूकता बढ़ाना था। इस कार्यशाला में चिकित्सा विशेषज्ञ Dr. सिद्धार्थ शर्मा(प्रो.एनेस्थीसिया विभाग,SP मेडिकल कालेज,बीकानेर),Dr. अधोसज जोशी (इंटिसेविस्ट और एनेस्थेसियोलॉजिस्ट, राजस्थान एजुकेशन विभाग, राजस्थान) ने आपातकालीन स्थिति में प्राथमिक उपचार, मानसिक स्वास्थ्य देखभाल और आघात प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर मार्गदर्शन प्रदान किया।
सुश्री रिचा (प्रशिक्षक)ने सीपीआर और प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया की कैसे तत्काल प्रतिक्रिया और दुर्घटना के बाद तत्काल देखभाल की जा सकती है, जिससे मृत्यु दर और अवशिष्ट विकलांगता को कम करने के लिए प्रतिक्रिया समय को कम किया जा सके और आघात के समय त्वरित और सही प्राथमिक चिकित्सा कैसे जीवन बचा सकती है।महाविद्यालय प्राचार्य प्रो प्रेम प्रकाश व्यास जी ने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएं समुदाय को जागरूक बनाने और उन्हें किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसकार्यशाला में विशिखाअनुप्रवेशिका के छात्रों, शिक्षकों ने भाग लिया और इसे बहुत उपयोगी पाया।कार्यशाला का समापन प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने अपनी शंकाओं का समाधान किया और विशेषज्ञों से मूल्यवान सुझाव प्राप्त किए।
जीवन रेखा फाउंडेशन के वरिष्ठ प्रशिक्षक Dr. अक्षता भीसे ने कार्यशाला के अंत में कहा, "हमारा लक्ष्य है कि हर व्यक्ति को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं मिलें, और इसके लिए हम लगातार प्रयासरत हैं। आने वाले समय में हम और भी ऐसी कार्यशालाओं का आयोजन करेंगे।"
17 Sep 2024